आखिरकार जनवरी की वो तारीख भी आ गई जब पापा संसार से विदा हुए आखिरकार जनवरी की वो तारीख भी आ गई जब पापा संसार से विदा हुए
अब वह वहाँ रह कर बहुत कुछ समझने लगी थी जैसे जैसे उसकी सास की उम्र बढ़ने लगी और उनका मन दौलत से विमुख... अब वह वहाँ रह कर बहुत कुछ समझने लगी थी जैसे जैसे उसकी सास की उम्र बढ़ने लगी और उ...
तभी एक लड़की डरी - सहमी अपनी जान बचाती हुयी दौड़ती - भागती हुयी सामने से आकर काइद के पीछे छुप जाती ह... तभी एक लड़की डरी - सहमी अपनी जान बचाती हुयी दौड़ती - भागती हुयी सामने से आकर काइ...
अक्सर उसका प्रयागराज से वाराणसी जाना होता था। कार्यालय के काम के बाद वो कुछ समय के लिए पार्टी के एक ... अक्सर उसका प्रयागराज से वाराणसी जाना होता था। कार्यालय के काम के बाद वो कुछ समय ...
आज तक ना जान पाई क्या मेरी पहचान है? आज तक ना जान पाई क्या मेरी पहचान है?
अब वह जान गयी है कि सुंदरता बेचने वाला बाज़ार हक़ीक़त में बेहद बदसूरत और खुदगर्ज़ है..... अब वह जान गयी है कि सुंदरता बेचने वाला बाज़ार हक़ीक़त में बेहद बदसूरत और खुदगर्ज़ है...